Pandit Laxmikant Dixit died at 85: रामलला के मुख्य पुजारी पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के 85 वर्ष के उम्र में हुआ निधन।
22 जनवरी के दिन प्रधानमंत्री के अगुवाई में अयोध्या मंदिर में भगवान राम जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी।आचार्य लक्ष्मीकान्त दीक्षित का शनिवार के सुबह में निधन हुआ हैं।परिवावालों ने बताया कि उनका उम्र 85 वर्ष का हो चुका था।वृद्धवस्था के कारण उनकी मौत हुई हैं।
Pandit Laxmikant Dixit died at 85: वाराणसी के चौक इलाक़े के मंगलागोरी गली में स्तिथ अपने आवास पर सुबह लगभग 7:00 बजे पंडित जी ने अंतिम सांस ली।
दीक्षित जी का अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर किया गया हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंडित जी के निधन पर दुख जताये हैं।
पंडित दीक्षित जी का जन्म – कर्म के बारे में जाने –
पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित महाराष्ट्र के सोलापुर ज़िले के रहने वाले थे। दीक्षित जी वाराणसी के वरिष्ठ विद्वानों में गिने जाते थे। उनका परिवार कई पीढ़ियों से वाराणसी में रहते आ रहे हैं। पंडित जी के बेटे सुनील दीक्षित ने बताया कि पिताजी रोज की तरह बीती रात पूरी से सामान्य रूप से सोए थे। फिर सुबह लगभग 6:30 बजे उठे और जैसे ही बाथरूम जाने के लिए आगे बढ़े वैसे ही वह बेहोश हो गए और उनकी सांस रुक गई। पंडित जी को पहले से किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं थी। सिर्फ़ उनके वृद्धावस्था के वजह से उनकी मौत हुई हैं।
योगी आदित्यनाथ दुख जताते हुए बोले
Pandit Laxmikant Dixit died at 85: योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखे की – “काशी के प्रकांड विद्वान और श्री राम जन्म भूमि प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य पुरोहित, वेदमूर्ति, आचार्य श्री लक्ष्मीकांत दीक्षित जी का जोलोकगमन अध्यात्म व साहित्य जगत की अपूरणीय क्षति हैं। योगी जी ने यह भी लिखा कि – संस्कृत भाषा व भारतीय सांस्कृति की सेवा हेतु वे सदैव स्मरणीय रहेंगे। प्रभु श्री राम से प्रथना हैं कि वें दिवगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें थे तथा उनके शिष्यों और अनुयायियों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें “।